Friday, October 09, 2009

गोनू झाक बेटा


गोनू झाकेँ बेर - बेर चोरक चक्कर लागल रहैत छलनि | मुदा हुनका तकर डर रंचमात्रो नहि होइत छलनि |

एहिना एक बेर ओ पंडिताइनक संगे घरमे पड़ल - पड़ल सुतबाक उपक्रम कs रहल छलाह | राती निसभेर भs गेलनि तैयो ओ गप्पे कs रहल छलाह |

मुदा चोरबा सभ हुनका सुति रहल रहबाक भ्रममे सेन्ह मारि घरमे प्रवेश कsगेल | घरक भीतर अबैत ओ सभ देखलक जे ई तs जगले छथि | मोन मसोसिकs रहि गेल | जा धरि ई जागल रहताह, चोरि करब संभव नहि बुझि ओ सभ धरनि पर चढि हुनका सुतबाक प्रतिक्षा करs लागल |

गोनू झाकेँ पाहून सभकेँ आबि जयबाक भनक लागि गेल छलनि | ओ एकरा सभसँ मुक्त्त होयबाक व्योंत सोचs लगलाह | किछु नहि फुरलनि तं पंडिताइनकेँ कहलथिन एकटा एकदम चोटगर बात - सुनै छी??

- ऊँ |

- हमरा एकटा पंडित हाथ देखि कहलक अछि जे अहाँकेँ चारिटा बेटा होयत |

- दुर जाउ |

- लाज भs गेल?

- लाज किए होयत | मुदा जेहन अहाँ अपने छी, तेहने अहाँक पंडित अछि |

- से किए? हमरा बेटा नै होयत?

- जाउ, हमरा सूतs दिअ | दुपहर राति भेलै आ अहाँ अखनो धरि अदखोइ - बदखोइमे लागल छी |

मुदा गोनू झा एकसरे बजैत रहलाह, कहलथिन - हम अपन होवsवला चारू बेटाक नामकरणो कs लेलहूँ अछि |

पंडिताइन गोनू झाक बात पर भीतरे - भीतरे प्रसन्नो होइत छलीह | हिनक वाक्य, पर किछु बजलीह तs नहि, मुदा पुछबाक मुद्रामे हुनका दिस नजरि उठौलनि |

- हँ, तs सुनू | गोनू झा पलथा मारिकs बैसैत बजलाह - जेठकाक नाम राखब लूटन, दोसरक भूखन, तेसरक छोटन आ चारिमक चोर |

- मर्र, चोर कतौ नाम भेलैए!

-नइं भेलैए, तेँ ने हम रखबै | आखिर बेटा ककर हेतै ?

- हँ, तs एहन मूहँपुरुख दोसर क्यो छै मिथिलामे |

- तs ताहुमे अहाँकेँ भ्रम बुझाइए |

- जाउ, जे मोन होअय, राखू | किदन कहलकै जे पानीमे मछरी, नओ - नओ कुट्टी कs बखरा | आ ई करोट फेरि लेलनि |

मुदा एखनो गोनू झाक गप्पक मोटरीक सठल नहि छलनि | पंडिताइनकेँ गट्टा पकडैत अपना दिस करैत कहलथिन - पांच बापुत रहब | जखन कोनों प्रयोजन पड़त आ ओ सभ लगमे नहि रहत तs एतेँ सs गद्दह करबै.......... लूटन, भूखन, छोटन, चोर हौssss????

पंडिताइनकेँ एहि असमयक गोनू - लीला पर हँसी लागि गेलनि | मुदा गोनू झा रओ थम्हिये नहि रहल छलाह | लगातार चिकरि - चिकरि बकने जा रहल छलाह |

कि तखने पड़ोसी सभ लट्ठ लs लs कs हुनक घरक मुँहथरि पर पहूँचि गेलनि आ केबाड़ पीटss लगलनि | गोनू चट्ट चौकी परसं फानि केबाड़ लग पहूँचि छिटकिल्ली फोलि देलनि |

समवेत स्वरमे प्रशन छुटल - कतs होsssss?

- हे वैह, धरनि पर हो!, गोनू झा इशारा करैत कहलथिन |

आ बड़ सुभिस्तासं सभ चोर... पकड़ा गेल तथा लट्ठधारी सभक प्रतापे ओकरा सभक नह - नह थुरि देल गेलै|

एतs ई बुझि लेबाक थिक जे लूटन झा, भूखन चौधरी आ छोटन कामति हुनक पड़ोसी सभक नाम रहनि |

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